समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
नैनीताल लोकसभा सीट अभी चर्चा में चल रही है इस सीट पर कांग्रेस अभी तक प्रत्याशी तय नहीं कर पाई है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के भतीजे दीपक बल्यूटिया के इस्तीफे की अटकलों के बीच बुधवार को यह मामला दिल्ली तक पहुंच गया है। बल्यूटिया नैनीताल सीट से टिकट न मिलने से नाराज चल रहे हैं। इधर दोपहर में बल्यूटिया ने प्रदेश स्तरीय नेताओं से संतुष्ट न होकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ईमेल के जरिए पत्र भेजकर कहा है कि आजाद भारत के राजनैतिक इतिहास में नैनीताल लोकसभा सीट नारायण दत्त तिवारी की परमपरागत सीट के नाम से जानी जाती रही है। यह भी सर्व विदित है कि उत्तराखण्ड की प्रथम निर्वाचित सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए स्व.तिवारी ने उत्तराखण्ड के विकास की नींव रखी। विकास पुरुष तिवारी ने बतौर केंद्रीय मंत्री नैनीताल और ऊधमसिंह नगर यूपी एवं उत्तराखंड के अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में काशीपुर, रुद्रपुर , पंतनगर, सितारगंज में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना कर क्षेत्र के बहुमुखी विकास के साथ-साथ हजारों लोगों को रोजगार दिया और इससे उत्तराखंड के पलायन को रोकने में मदद मिली। इसके अलावा तमाम उपलब्धियां गिनाई हैं। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे को भेजें पत्र में कहा है कि नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से यदि स्व.नारायण दत्त तिवारी जी के परिवार से टिकट पर कांग्रेस पार्टी विचार करती है तो निश्चित रूप से कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव में नैनीताल ऊधम सिंह नगर से चुनाव जीतने में सफल होगी। चूंकि तिवारी जी पूरे संसदीय सीट को कौमी एकता की दृष्टि से देखते रहे। संज्ञान दिलाया कि वर्ष 2014 के लोस चुनाव से चौदह विस सीटों में फैली इस संसदीय सीट का तिवारी जी के वोट बैंक का एक बड़ा हिस्सा कांग्रेस से अलग हो गया है। अगर तिवारी जी के परिवार से टिकट मिलेगा तो यह वोट बैंक वापस कांग्रेस से जुड़ जाएगा खासकर नैनीताल, भीमताल, हल्द्वानी, लालकुआं, खटीमा, सितारगंज, नाकमत्ता, किच्छा, काशीपुर, बाजपुर, गदरपुर, रुद्रपुर आदि विस सीटों में पंजाबी, सिख, थारु, बु noक्सा, बंगाली समुदाय के लाखों वोटर तिवारी जी के परंपरागत समर्थक रहे हैं। यह पूरा वोट बैंक कांग्रेस के पास वापस आ सकता है और कांग्रेस ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सकती है। चूंकि पूरा जातिगत, सामाजिक समीकरण हमेशा तिवारी जी के पक्ष में रहा है। बल्यूटिया ने कहा कि तिवारी जी के पारिवारिक सदस्य (भतीजे) होने के नाते यदि पार्टी उनके नाम पर विचार करती है तो इसका लाभ कांग्रेस को अन्य सीटों पर भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि वह पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता, यूथ कांग्रेस के तमाम महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। इसके बावजूद उन्हें टिकट के मामले में नजर अंदाज किया गया है।