समाचार शगुन, हल्द्वानी उत्तराखंड
नगर निगम हल्द्वानी की ओर से नजूल भूमि खाली कराने का सिलसिला जारी है। पहले बनभूलपुरा के मलिक के बगीचे में तीन दिन अतिक्रमण ध्वस्त कर बेशकीमती जमीन कब्जे में ली गई। इसके बाद नजाकत खां के बगीचे में कार्रवाई कर उसे कब्जे में लिया गया। इधर एक बार फिर गुरुवार को जवाहरनगर में सालों पहले खंडहर हो चुकी जैम फैक्ट्री परिसर से कब्जे हटाए गये। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय व सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह की मौजूदगी में भारी पुलिस बल के साथ नगर निगम के कर्मचारियों ने जेसीबी की मदद से कब्जे हटाए। इस दौरान फैक्ट्री परिसर में अवैध तरीके से करीब तीन साल से रह रहे परिवार को भी हटाया गया। उन्होंने अधिकारियों को फरवरी में बेटी की शादी की जानकारी देते हुए दो दिन की मोहलत मांगी। इस पर अफसरों ने अव्यवस्था से बचने के लिए रैन-बसेरा में रूकने की अनुमति दी। बाद में उसे पूरी तरह खाली करा दिया गया। यहां रहने वाले वाजिद ने बताया कि शहर के एक प्रभावशाली ने ही उनसे यहां रहने को कहा था। वह तीन साल पहले ही गन्ना सेंटर रामपुर रोड से यहां रहने आए थे। फैक्ट्री के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि पहले यहां आचार आदि बनाया जाता था, सालों से यह खंडहर में तब्दील है। यह जमीन नजूल की है, कुछ लोगों ने जमीन कब्जा किया था। जैम फैक्ट्री परिसर दो एकड़ से अधिक में फैला है। नगर निगम में हाल फिलहाल चले अभियान में अब तक पांच एकड़ से अधिक जमीन को कब्जा व अतिक्रमण मुक्त करा चुका है।