समाचार शगुन उत्तराखंड
राजकीय शिक्षक संघ ने विगत दस दिनों से चल रहे शिक्षण बहिष्कार कार्यक्रम को वापस ले लिया है उपरोक्त जानकारी देते हुए संगठन के प्रांतीय नेता नवेंदु मठपाल ने बताया कि 28 अगस्त से समस्त विभागीय कार्यों का बहिष्कार करते हुये मात्र छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन किया जायेगा। साथ ही पांचवें चरण का कार्यक्रम 01 सितम्बर, 2025 से यथावत् जारी रहेगा।
मठपाल ने बताया कि प्रांतीय अध्यक्ष रामसिंह चौहान और प्रांतीय महामंत्री रमेश पैन्यूली ने सभी जनपद जनपद अध्यक्ष,मंत्री को जारी पत्र में कहा है कि उत्तराखण्ड का काफी हिस्सा इस समय आपदा ग्रस्त है और अतिवृष्टि के कारण छात्र-छात्राओं के पठन-पाठन में काफी व्यवधान उत्पन्न हुआ है। इसके मध्य नजर उत्तराखण्ड के सामाजिक संगठनों एवं विद्यालयों के अभिभावक संघों द्वारा राजकीय शिक्षक संघ से आग्रह किया गया है कि निश्चित तौर पर राजकीय शिक्षकों की मांगें जायज हैं और सरकार को इनका निस्तारण करना चाहिए व इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं।सामाजिक संगठनों एवं अभिभावकों की भावनाओं का सम्मान करते हुये तथा छात्र हित को सर्वोपरि मानते हुये राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखण्ड ने निर्णय लिया है कि 28 अगस्त, 2025 से पूर्व की भाँति असहयोग आंदोलन के साथ-साथ शिक्षक मात्र शिक्षण-कार्य करते रहेंगे और अन्य सभी अतिरिक्त जिम्मेदारी एवं सरकारी कार्यक्रमों का बहिष्कार करेंगे। प्रदेश स्तर पर मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन, ताला-बन्दी, सचिवालय घेराव आदि सभी कार्यक्रम संगठन तब तक करता रहेगा जब तक हमारी मांगों का निस्तारण नही किया जाता है। पांचवें चरण का कार्यक्रम 01 सितम्बर, 2025 से यथावत् जारी रहेगा।